मुंबई, बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया का दिल, आज राज कपूर की जन्मशती के अवसर पर इतिहास रच रही है। ‘सदी के शोमैन’ कहे जाने वाले राज कपूर के जन्म के 100 साल पूरे होने पर अंधेरी वेस्ट स्थित पीवीआर इनफिनिटी मॉल में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
—
रेड कार्पेट का जादू:
समारोह का आगाज बेहद शानदार अंदाज में हुआ, जहां बॉलीवुड के सितारे रेड कार्पेट पर जलवे बिखेरते नजर आए। कपूर परिवार के सभी सदस्य – रणधीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर खान, रणबीर कपूर और आलिया भट्ट – ने अपने दादा की विरासत का जश्न मनाया।
रेखा अपनी सुनहरी साड़ी में, जितेंद्र अपने क्लासिक अंदाज में, और आमिर खान व ऋतिक रोशन अपने खास स्टाइल में समारोह की शोभा बढ़ाते दिखे। करण जौहर और संजय लीला भंसाली जैसे फिल्म निर्माता भी इस आयोजन का हिस्सा बने, जो राज कपूर की विरासत को सलाम करने आए थे।
—
राज कपूर का सिनेमा और समाज:
राज कपूर, जिनका जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर (अब पाकिस्तान) में हुआ, भारतीय सिनेमा के वह शिल्पकार थे, जिन्होंने मनोरंजन और सामाजिक मुद्दों को अपने सिनेमा के माध्यम से जोड़ा। उनकी फिल्में जैसे आवारा, श्री 420, और मेरा नाम जोकर न केवल दर्शकों का मनोरंजन करती थीं, बल्कि समाज को आईना भी दिखाती थीं।
उनकी फिल्मों का संगीत आज भी उतना ही लोकप्रिय है। मेरा जूता है जापानी और जीना यहां जैसे गाने सिर्फ गीत नहीं, बल्कि जीवन का दर्शन हैं।
—
जन्मशती समारोह के मुख्य आकर्षण:
यह आयोजन R.K. Films, Film Heritage Foundation, और NFDC-National Film Archive of India द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।
राज कपूर की 10 कालजयी फिल्मों जैसे आग, बरसात, आवारा, श्री 420, और राम तेरी गंगा मैली की देशभर के 40 शहरों और 135 सिनेमाघरों में विशेष स्क्रीनिंग की जा रही है।
समारोह में उनके गानों पर विशेष संगीत कार्यक्रम हुआ, जिसमें पुराने और नए कलाकारों ने उनकी याद को जीवंत किया।
—
राज कपूर की विरासत:
राज कपूर को 1971 में पद्म भूषण और 1988 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी फिल्में आवारा और बूट पॉलिश कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
उनके बेटे रणधीर कपूर ने भावुक होकर कहा, “राज कपूर की फिल्मों ने समाज के मुद्दों को सिनेमा के जरिये सामने लाने का काम किया। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।”
—
राज कपूर की जन्मशती का यह उत्सव न केवल उनकी याद को ताजा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि उनके सिनेमा का प्रभाव आज भी भारतीय समाज और बॉलीवुड पर कायम है। सदी के इस शोमैन की विरासत हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।